Friday, May 3 2024 | Time 17:17 Hrs(IST)
 logo img
  • झारखंड में भुगर्भिक जलस्तर की स्थिति भयावह, 10 जिलों में मात्र इतने फीसदी ही हो पाया है रिचार्ज!
  • सड़क निर्माण के दौरान मापी करने की मांग पर वृद्ध से मारपीट
  • छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED की बड़ी कार्रवाई, आरोपियों के 205 49 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
  • नक्सलियों के बंकर तक पहुंची पलामू पुलिस
  • हजारों रुपए की छूट के साथ एप्पल i-pad में मिल रहा है बंफर डिस्काउंट, flipkart-amazon में अब तक की सबसे बड़ी डील
  • हजारों रुपए की छूट के साथ एप्पल i-pad में मिल रहा है बंफर डिस्काउंट, flipkart-amazon में अब तक की सबसे बड़ी डील
  • World Press Freedom Day 2024: जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिन और क्या है इसके पीछे का कॉन्सेप्ट
  • सोलर टैंक के स्टार्टर चोरी होने से गांव के 45 घरों को हो रही है पानी की किल्लत
  • बारकोड से कर सकते हैं पहचान सरकारी दुकान में बिक रही शराब असली है या नकली
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से दाखिल किया नामांकन, खड़गे, सोनिया और प्रियंका रहे मौजूद
  • राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से दाखिल किया नामांकन, खड़गे, सोनिया और प्रियंका रहे मौजूद
  • लेफ्टिनेंट के पद पर इंडियन आर्मी ने निकाली भर्तियां, जानें सलेक्शन का पूरा प्रोसेस
झारखंड » सिमडेगा


महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य

आशीष शास्त्री/न्यूज11 भारत


सिमडेगा/डेस्क: झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है. जो यहां के ग्रामीणों के लिए आय का सशक्त साधन बनता है.


वनोपज पर निर्भर है सिमडेगा की बडी आबादी


सिमडेगा की बडी आबादी वनोपज पर निर्भर है. महुआ यहां आय का सबसे बडा साधन हैं, लेकिन बिचौलिए यहां ग्रामीणों को वनोपज का सही मुल्य नहीं देते हैं. झारखण्ड मे महुआ के उत्पादन मे सिमडेगा अग्रणी जिलो में एक है. लेकिन यहां महुआ खरीद करने के लिए कोई सरकारी मंडी उपलब्ध नही होने के कारण यहां के ग्रामीणो को महुआ का उचित मुल्य नहीं मिल पाता है. मार्च का महीना महुआ के फुलने का महीना रहता है. जंगल में चारो तरफ महुआ की मदमस्त महक बिखरी रहती है.



आप अगर यहां के जंगली रास्तो में घुमेंगे तो हर तरफ महुआ का फुल बिखरा पड़ा नजर आ जायेगा. सिमडेगा के ग्रामीण प्रतिदिन अहले सुबह उठ कर महुआ के फुलों को चुनने के लिए जंगलों में मौजूद महुआ के पेड़ों के आस-पास जमा रहते है. महुआ का फुल सूर्योदय के साथ ही जैसे गिरता है, ग्रामीण एक एक कर इन फुलों को चुन कर इकट्ठा करते हैं. इसके बाद वे इन फुलों को सुखाते हैं. जब ये फुल कुछ सुख जाते हैं. तब ग्रामीण इन फुलो को बेच का अपने रोजमर्रा का सामान खरीदते हैं.


औने-पौने दाम में बिचैलियों को बेच देते है महुआ 


ग्रामीण काफी मेहनत कर महुआ को चुन कर सुखाते है. लेकिन सिमडेगा में महुआ खरीद करने की कोई सरकारी मंडी नही होने के कारण गांव के लोग औने पौने दाम मे गांव के ही सेठ साहूकारो या बिचैलियों को महुआ बेच देते है. जिससे इनको इनकी मेहनत का उचित लाभ नही मिल पाता है. गांव के व्यापारी या दलाल इनसे महुआ 30 से 35 रूपये किलो खरीद लेते हैं. जबकि ये व्यापारी या बिचैलिये इसी महुए को 55-70 रूपये किलो बेचते हैं. सिमडेगा में ही महुआ खरीद की कोई सरकारी मंडी होती तो व्यापारियों और बिचैलियों को मिलने वाला लाभ सीधे ग्रामीणो को मिलता.


इस क्षेत्र का प्रमुख वनोपाद है महुआ 


महुआ इस क्षेत्र का प्रमुख वनोपाद है और सिमडेगा का महुआ देश में अपना अलग स्थान रखता है. लेकिन अभी तक इसे सही तरीके से खरीदने की व्यवस्था नही की गई है. जिससे ग्रामीण लोगो को समुचित दाम नही मिलता है. जरूरत है एक ठोस योजना की जिससे गांव की यह फसल सही तरीके से सरकारी माध्यम से बेचने की व्यवस्था की जाए जिससे गांव के लोगो को समुचित लाभ मिल सके और इनका आर्थिक सुधार हो सके.

अधिक खबरें
नशीली दवा के कारोबारी को पुलिस ने दबोचा, ओडिशा से जुड़े है नशीली दवा कारोबार के तार
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 11:51 AM

सिमडेगा में चोरी छिपे तरीके से युवा पीढ़ी को नशीली दवा बेचने वाले एक कारोबारी को पुलिस ने धर दबोचा है. पुलिस को इसके पास से काफी मात्रा में नशीली दवा मिले है. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस को सूचना मिला थी कि साप्ताहिक बाजार टांड सिमडेगा में कपड़ा दुकान खोलकर दानिश नाम के एक व्यक्ति के द्वारा नशीले कैप्सुल दवा की चोरी छिपे बेची जा रहा है.

खेत हो या खलिहान, सिमडेगा में सभी जगह चलाया जा रहा मतदाता जागरूकता अभियान
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 9:50 AM

खेत हो या खलिहान सिमडेगा जिला में सभी जगह चलाया जा रहा है मतदाता जागरूकता अभियान. सिमडेगा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन सभी लोगों के प्रेरित करते हुए बड़े पैमाने पर स्वीप कार्यक्रम चला रही है.

सिमडेगा : मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निकाली गई मतदाता जागरूकता साइकिल रैली
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 9:06 AM

सिमडेगा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से डीसी के निर्देश पर आज स्कूली बच्चों ने मतदाता जागरूकता साइकिल रैली निकाली. बता दें कि निर्वाचन आयोग ने इस बार सभी जिलों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने का निर्देश दिया है.

चोरी करने वाली महिला को पकड़ कर लोगों ने किया पुलिस के हवाले
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 8:49 AM

सिमडेगा शहरी क्षेत्र में एक चने के ठेला से पैसा और मोबाइल चोरी करने वाली महिला को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. जानकारी के अनुसार शहर के मितल गली निवासी एक महिला ने कल एक दुकान के सामने खड़े चना बेचने वाले ठेला से पैसे से भरा गल्ला चुरा लिया.

धूमधाम से मनाया गया 43वां श्याम महोत्सव, कोलकाता से आए कलाकारों ने देर रात तक लोगों को झुमाया
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 7:26 AM

सिमडेगा के आनंद भवन धर्मशाला में श्याम मित्र मंडल सिमडेगा के द्वारा 43वां श्याम महोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया. पूजन अनुष्ठान के बाद कोलकाता से आए कलाकार हर्षिता और जयंत ने भजनों का सिलसिला शुरू किया.